17 सितंबर 2025 - 13:11
ईरान ने इस्राईल के जासूस को फांसी पर लटकाया

ऐसे मामलों में ईरान का कड़ा रुख इस बात को दर्शाता है कि वह इस्राईल के ख़िलाफ़ जासूसी नेटवर्क को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगा।

ईरान ने बुधवार को इस्राईल के लिए जासूसी करने के अपराधी एक व्यक्ति को फांसी दे दी। ईरान की न्यायपालिका से जुड़ी न्यूज़ एजेंसी "मिज़ान" ने मृतक की पहचान बाबक शहबाज़ी के रूप में बताई है। बाबक ने ईरान के डेटा सेंटर्स और सुरक्षा ठिकानों से संवेदनशील जानकारियाँ इकट्ठा कीं और उन्हें इस्राईली एजेंट्स को बेच दिया।

ईरानी अदालत की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मोसाद के लिए जासूसी में शामिल बाबक शहबाज़ी को सभी कानूनी प्रक्रियाओं के पूरा होने और देश की सर्वोच्च अदालत से आदेश की पुष्टि के बाद आज सुबह फांसी दी गई।

बाबक शहबाज़ी, पुत्र रहम ख़ुदा, औद्योगिक कूलिंग सिस्टम्स की डिज़ाइनिंग और इंस्टॉलेशन में माहिर था और एक ठेकेदार के रूप में विभिन्न टेलीकम्युनिकेशन, सैन्य और सुरक्षा संस्थानों से जुड़ी कंपनियों के साथ काम करता था।

वह 2021-22 में एक ऑनलाइन ग्रुप के ज़रिए इस्माइल फ़िक़री से मिला था। इस्माइल फ़िकरी वही व्यक्ति था जिसे इस्राईल के लिए जासूसी और सूचनाएँ देने में सहयोग करने के अपराध में फांसी दी गई थी। बाबक शहबाज़ी के पेशेवर काम यानी संवेदनशील ठिकानों पर कूलिंग सिस्टम्स लगाने और कंप्यूटर नेटवर्क की विशेषज्ञता की वजह से इस्माइल फ़िकरी ने उसे कई प्रोजेक्ट्स में अपने साथ शामिल कर लिया था।

इस सज़ा-ए-मौत ने ईरान और पश्चिमी मानवाधिकार संगठनों के बीच एक बार फिर तनातनी को बढ़ा दिया है। विश्लेषकों का कहना है कि ऐसे मामलों में ईरान का कड़ा रुख इस बात को दर्शाता है कि वह इस्राईल के ख़िलाफ़ जासूसी नेटवर्क को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगा।

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
टिप्पणीसंकेत
captcha